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लेखनी कहानी -24-Aug-2023

सुकून की तलाश में कहां निकल गये "चाद" को देखकर अरमान मचल गये सोचा कि काश "चांद" हमें मिल जाये चादनी की तरह अपना जीवन भी खिल जाये "विक्रम प्रज्ञान" पे सवार होकर सैर को चले आये वहां पर लगे एक साइन बोर्ड देखकर चकराये लिखा था "यह वक्फ की प्रोपर्टी है , दूर ही रहिये यदि चांद पर कदम रखा तो ईंट पत्थर सहिये" अपनी जान बचाकर वापिस घर को लौट आये सुकून तलाशने गये थे सिरदर्द के साथ वापस आये

श्री हरि 24.8.23

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